कल तय होगा ओडिशा का सीएम, राजनाथ सिंह खोलेंगे पर्ची

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Highlights
  • अटकलें तेज-गिरीश चंद्र मुर्मू या सुरेश पुजारी,
  • विधायक दल की बैठक में राजनाथ सिंह खोलेंगे पर्ची

भुवनेश्वर, राष्ट्रबाण। ओडिशा में बीजेपी की पहली सरकार के लिए मुख्यमंत्री की तलाश पार्टी आलाकमान ने खत्म कर ली है, मगर इसके नाम से पर्दा नहीं उठा है। धर्मेंद्र प्रधान और जुएल उरांव के केंद्रीय मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री बनने के बाद इतना साफ हो गया है कि अब विधानसभा में जीते किसी सीनियर विधायक को इसका मौका मिलेगा। अभी रेस में तीन सीनियर विधायक शामिल हैं। कल यानी 11 जून को पार्टी विधायक दल की मीटिंग में केंद्रीय पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह और भूपेंद्र यादव सीएम के नाम की पर्ची खोलेंगे।

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तीन राज्यों में पहले भी चौंका चुकी है भाजपा

राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में जीत के बाद भी कई नामों पर कयास लगाए जा रहे थे, मगर पार्टी नेतृत्व ने नए चेहरों को मौका देकर चौंका दिया था। अभी सबसे अधिक चर्चा सुरेश पुजारी, मुकेश महालिंग और रवि नायक के नाम की हो रही है। पूर्व सांसद रहे सुरेश पुजारी पिछले दो दिनों से दिल्ली में डेरा जमाए बैठे हैं।

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धर्मेंद्र प्रधान थे रेस में

4 जून को विधानसभा चुनाव में जीत के बाद बीजेपी के पहले मुख्यमंत्री के नाम पर विचार शुरू हुआ। सबसे पहले केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को सीएम पद का स्वाभाविक दावेदार बताया गया, क्योंकि चुनाव में उन्होंने मुद्दों के साथ हर चरण में अलग-अलग रणनीति बनाई। सीएम की रेस में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष प्रदेश सामल, जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू, पूर्व सांसद सुरेश पुजारी भी हैं।

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लोकसभा सांसद भी रह चुके हैं सुरेश पुजारी

धर्मेंद्र प्रधान को केंद्रीय मंत्री बनाकर पीएम मोदी ने संकेत दे दिया कि ओडिशा में कोई चौंकाने वाला नाम सामने आ सकता है। सबसे अधिक दावे सुरेश पुजारी को लेकर किए जा रहे हैं। पेशे से वकील रहे पुजारी केंद्रीय मंत्री अमित शाह के करीबी माने जाते हैं। अमित शाह जब राष्ट्रीय अध्यक्ष थे, तब वह राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य थे। वह बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव भी रह चुके हैं।

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पीएम के करीबी गिरीशचंद्र मुर्मू हो सकते हैं छुपा रुस्तम

सियासी हलकों में जम्मू-कश्मीर के पूर्व उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू के भी मुख्यमंत्री बनने की संभावना जताई जा रही है। 1985 बैच के आईएएस अफसर रहे गिरीश चंद्र मुर्मू भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक भी रहे हैं। गुजरात में जब नरेंद्र मोदी चीफ मिनिस्टर थे, तब वह उनके प्रधान सचिव थे। ओडिशा के मयूरभंज के रहने वाले गिरीश मुर्मू विधानसभा चुनाव नहीं लड़े, मगर पीएम मोदी से करीबी उन्हें सीएम पद का दावेदार बता रहे हैं। इसके अलावा लायसिंघा के विधायक मुकेश महालिंग और रवि नायक भी कुर्सी की रेस में शामिल हैं।

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