सिवनी, राष्ट्रबाण। एक तरफ शासन और प्रशासन साइबर ठगी से बचने के लिए आम लोगो को सचेत कर सावधानी बरतने की अपील कर रहा है तो दूसरी तरह साइबर क्राइम (cyber crime) को अंजाम देने वाले ठग जिला और प्रदेश स्तर के अधिकारियों के फेक अकाउंट बना कर लोगो को ठगने में कोई परहेज नहीं कर रहे है। सिवनी कलेक्टर कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, कलेक्टर सिवनी की डीपी (Display Picture) का उपयोग करते हुए मोबाइल नंबर 94785265198 से व्हाट्सएप के माध्यम से अवैध रूप से गिफ्ट एवं पैसों की मांग करने की सूचना प्राप्त हुई है। इस साइबर अपराध में अज्ञात व्यक्ति ने कलेक्टर संस्कृति जैन के नाम का दुरुपयोग कर आम नागरिकों को धोखा देने की कोशिश की है।
कलेक्टर संस्कृति जैन ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई की और पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने इस साइबर अपराध की जांच शुरू कर दी है और अज्ञात आरोपी की तलाश में जुटी है। कलेक्टर संस्कृति जैन ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे इस तरह की धोखाधड़ी से सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध संदेश या कॉल का जवाब न दें। उन्होंने कहा कि कलेक्टर कार्यालय या किसी अन्य सरकारी अधिकारी द्वारा इस प्रकार की मांग कभी नहीं की जाती है। अगर किसी को इस तरह के संदेश प्राप्त होते हैं, तो वे तुरंत पुलिस को सूचित करें। इस प्रकार के साइबर अपराध से बचने के लिए, नागरिकों को अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से पहले सतर्क रहना चाहिए और किसी भी अज्ञात स्रोत से प्राप्त संदेशों की जांच करनी चाहिए। पुलिस प्रशासन इस मामले की गहराई से जांच कर रहा है और दोषियों को पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है।
पहले तत्कालीन SP ने भी जताई थी संभावना
इसके पूर्व तत्कालीन पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सिंह (Rakesh Kumar Singh) ने अपने फेसबुक (Facebook) अकाउंट से बातचीत करने का संदेह जताया था। उनके द्वारा यह अपनी सोशल साइड में यह बताने में मजबूर होना पड़ा था की वह किसी व्यक्ति से सोशल साइड में कोई बात नहीं करते। तत्कालीन पुलिस अधीक्षक ने सिवनी की जनता को सतर्क रहने की अपील की थी।
कलेक्टर ने की अपील
कलेक्टर संस्कृति जैन (Collector Sanskrati Jain) ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें और सतर्क रहें ताकि इस प्रकार के साइबर अपराधों से बचा जा सके।