सिवनी, राष्ट्रबाण। धर्म और भारतीय संस्कृति की सुरक्षा के लिए लड़ने और आंदोलन की हुंकार भरने वाली भारतीय जनता पार्टी का चाल चरित्र अब उजागर हो रहा है। भाजपा नेताओ के लिए पर्दे पर अर्धनग्न चित्रण भारतीय संस्कृति पर खतरा है भोंडापन है लेकिन जब उनके ही पार्टी के नेता अर्धनग्न अवस्था में थिरके तो इसे क्या कहेंगे? सोशल मिडिया में इन दिनों एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमे सिवनी नगर के दक्षिण मंडल अध्यक्ष अभिषेक दुबे अर्धनग्न होकर डांस करते हुए दिखाई दे रहे है। भाजपा नेता का यह डांस चर्चा में बना हुआ है। अब ऐसे में सवाल यह उठता है की फिल्मों में अश्लील और अर्धनग्न चित्रों पर हाय तोबा मचाने वाली भाजपा के नेताओं का भोंडापन क्या भारतीय संस्कृति के लिए घातक नहीं है या फिर भाजपा भी पश्चिमी सभ्यता की और रुख कर चुकी है।
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वीडियो संबंध में जब पार्टी के जिला अध्यक्ष अलोक दुबे से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा की पार्टी निजी हो सकती है लेकिन ऐसे डांस को सार्वजानिक सोशल मिडिया में वायरल करना गलत है, मैंने वीडियो देखा नहीं है तेरवी कार्यक्रम पर भोपाल में हूं आप मुझे वीडियो पहुंचाए देखता हूं। उम्मीद जताई जा रही है कि वीडियो वायरल होने के बाद भाजपा संगठन दक्षिण मंडल अध्यक्ष अभिषेक दुबे पर अनुशासनात्मक कार्यवाही कर सकता है। अगर भाजपा अपने नेताओं के ऐसी ओछी हरकतों पर कार्यवाही नहीं करता तो भाजपा का संस्कृति और सभ्यता को लेकर दोहरा चरित्र उजागर हो जायेगा।
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मूलचंद दुबे की आत्मा भी हो रही होगी विचलित!
भाजपा के दक्षिण मंडल अध्यक्ष अभिषेक दुबे के कृत्य से भाजपा शर्मिंदा है लेकिन अभिषेक जिस परिवार से ताल्लुक रखते है वह अपनी एक अलग ही पहचान रखता है। बताया जाता है की नगर पालिका अध्यक्ष रहे स्व. मूलचंद दुबे अभिषेक दुबे के चाचा थे। यह गरीबो के मसीहा के रूप में जाने जाते थे यही वजह है कि राजनीती में स्व. मूलचंद दुबे के नाम का उपयोग अभिषेक करते आया है। उनके नाम की साख पर ही अभिषेक पार्षद चुनाव जितने में सफल हुए थे लेकिन अब भतीजे की ऐसी करतूत देख शायद उनकी आत्मा भी विचलित होती होगी।
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…तो क्या पश्चिमी सभ्यता को स्वीकार करने लगी भाजपा?
भाजपा के दक्षिण मंडल अध्यक्ष अभिषेक दुबे के अर्धनग्न डांस पर चर्चा तेज हो गई है लोगो का कहना है की ऐसी ओछी हरकतों से भाजपा की चाल चरित्र पर सवाल उठ रहे है। एक तरफ भाजपा जिलाध्यक्ष भी ऐसी अपने नेताओ की करतूतों को गलत ठहरा रहे है तो कुछ बुद्धिजीवी यह भी कह रहे है की कल तक अश्लीलता और पश्चिमी सभ्यता का विरोध करने वाली भाजपा ने शायद स्वयं पश्चिमी सभ्यता को स्वीकार कर लिया है है।