सिवनी, राष्ट्रबाण। सिवनी (Seoni) जिले में आम जनता का सफर अब जोखिम भरा बन गया है। छिंदवाड़ा–सिवनी राज्यमार्ग, जो कुछ ही साल पहले बना था, अब गड्ढों से पट चुका है। सड़क की हालत इतनी खराब है कि महज तीन सौ कदम चलने पर तीस से अधिक गड्ढे नजर आ जाते हैं। कई गड्ढे दो से तीन फीट गहरे हैं, जो राहगीरों और वाहन चालकों के लिए मौत का जाल बन चुके हैं।

सड़क पर मौत का इंतजार
स्थानीय लोगों का कहना है कि इन गड्ढों से होकर गुजरना ऐसा है मानो हर कदम पर हादसे का इंतजार हो। हाल ही में छिंदवाड़ा बायपास के पास एक गंभीर दुर्घटना हुई। शुक्रवार की रात करीब आठ बजे दो युवक सड़क पर बने तीन फीट गहरे गड्ढे में जा गिरे। अचानक वाहन का संतुलन बिगड़ने से दोनों युवक बुरी तरह घायल हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हादसा इतना गंभीर था कि दोनों युवकों को उठाने के लिए आसपास के लोग दौड़े और उन्हें जिला अस्पताल पहुंचाया। हालांकि घायलों की पहचान नहीं हो सकी है।
जिम्मेदार सो रहे हैं
सड़क पर आए दिन होने वाले हादसों के बावजूद प्रशासनिक स्तर पर कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे। लोग कहते हैं कि अधिकारी और विभागीय कर्मचारी “कुंभकर्णी नींद” में सोए हुए हैं। सड़क की मरम्मत के नाम पर खानापूर्ति होती है और कुछ ही दिनों बाद गड्ढे फिर से उभर आते हैं। यह स्थिति केवल इस मार्ग की नहीं, बल्कि जिले की कई अन्य सड़कों की भी है।

108 सेवा भी नाकाम
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि हादसे के बाद घायल युवकों को तत्काल इलाज नहीं मिल सका। वहां मौजूद लोगों ने तुरंत 108 आपातकालीन सेवा पर फोन लगाया, लेकिन एम्बुलेंस समय पर नहीं पहुंची। दोबारा फोन करने पर कॉल रिसीव करने वाले कर्मचारी ने बार-बार कॉल न करने की सलाह देते हुए फोन काट दिया। यह लापरवाही घायल युवकों की जान पर भारी पड़ सकती थी।
दुर्घटना के बाद NHAI के कर्मचारियों ने भरे गड्डे
सड़क दुर्घटना में घायल युवको को जहाँ एक तरफ इलाज के लिए घंटो इंतजार करना पड़ा वही NHAI की लापरवाही पर कर्मचारी पर्दा डालते हुए लीपापोती करने लगे। बताया जाता है की NHAI के कर्मचारी घटना स्थल पर पहुंचे और गड्डे पर मुरम मिट्टी डाल कर गड्डा भरने लगे। लोगो का कहना है की गड्डा इतना गहरा था की उस पर लगभग बीस बोरी मुरम समा गई।

