बलात्कार पीड़िता शिक्षिका का सनसनीखेज आरोप, गवाही से रोकने किया गया ट्रांसफर

Rashtrabaan
बलात्कार का आरोपी भूपेंद्र सुहागपुरे भाजपा जिलाध्यक्ष रामकिशोर के साथ।

बालाघाट, राष्ट्रबाण। भाजपा नेता भुपेंद्र सोहागपुरे द्वारा एक शिक्षिका महिला से दुष्कर्म किये जाने का मामला पुन: सुर्खियो में आ गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पीड़ित शिक्षिका के बगैर इच्छा व बिना आवेदन के अन्य जिले में स्थानांतरण कर दिया गया है। जिसे लेकर पीड़िता का आरोप हैं कि मेरा जबरन ट्रांसफर किया गया है, ताकि मेरे साथ घटित दुष्कर्म मामले में बीजेपी नेता भुपेन्द्र सोहागपुरे के खिलाफ गवाही से किसी भी तरह रोका जा सके। अब सवाल यह उठ रहा है कि आखिर किसके ईशारे पर पीड़ित शिक्षिका का ट्रांसफर करवाया गया। जहां इस मामले ने एक बार फिर जिले के एक बीजेपी नेता को कटधरे में लाकर खड़ा कर दिया है। क्योकि आरोपी नेता, उस भाजपा नेता का खास व्यक्ति है।

भूपेंद्र सुहागपुरे, बलात्कार का आरोपी सोशल मीडिया पर बता रहा भजयुमो जिलाध्यक्ष।

दरअसल, लगभग सात माह पूर्व रेप पीड़िता महिला शिक्षिका ने जिले के भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष भुपेंद्र सोहागपुरे पर रेप का आरोप लगाकर शिकायत की थी। जहां शिकायत पर पुलिस ने भाजपा नेता याने भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष भुपेंद्र सोहागपुरे पर एफआईआर भी दर्ज की, लेकिन उनकी गिरफ्तारी ना हो सकी। आरोपी भाजपा नेता भुपेंद्र सोहागपुरे ने अग्रीम जमानत ले ली और अब मामला न्यायालय में विचाराधीन है। पीड़िता द्वारा एक मीडिया समूह को दी गई जानकारी के अनुसार (रेप पीड़िता के बताये अनुसार) एक महिने बाद इस केस में उसकी गवाही होने वाली है। लेकिन गवाही में बाधा उत्पन्न करने के लिये बीजेपी नेताओं के ईशारे पर उसका ट्रांसफर कर दिया गया।

आपको बता दे कि भाजपा नेता भुपेंद्र सोहागपुरे, जिस पर रेप का आरोप लगा है, वह पूर्व मंत्री और वर्तमान भाजपा जिलाध्यक्ष रामकिशोर कावरें का बेहद करीबी व्यक्ति है। यू कहो कि रामकिशोर कावरें ने उसे हमेशा छोटे भाई की भांति अपने परिवार में स्थान दे रखा है। जिसके मद्देनजर इस मामले में पूर्णत: रामकिशोर कावरें का हस्तक्षेंप व सरंक्षण माना जा रहा है। हालांकि पूर्व मंत्री कावरे ने अपना पल्ला झाड़ते हुए पूर्व में मीडिया को ब्यान दिया है कि दुष्कर्म मामले में आरोपी को सरंक्षण देने या बचाने में उनका कोई हाथ नही है, लेकिन जिले में जनचर्चा यही है कि भाजपा नेता भुपेंद्र सोहागपुरे को भाजपा जिलाध्यक्ष रामकिशोर कावरें का पूरा संरक्षण प्राप्त है। हालांकि भाजपा नेता भुपेंद्र सोहागपुरे ने पार्टी के सभी पदो से इस्तीफा दे दिया है, लेकिन संगठन में उनकी सक्रियता अभी भी बनी हुई है। साथ ही अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर आज भी भाजपा युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष लिखा हुआ है और कार्यकर्ताओं से अप्रत्यक्ष रूप से जुडे हुए है। क्योकि पार्टी के आला कमान ने उन्हे पार्टी संगठन से अब तक निष्कासित नही किया है।

सुत्रो की माने तो महिला शिक्षिका से दुष्कर्म के आरोपी भाजपा नेता भुपेंद्र सोहागपुरे पार्टी व संगठन में बने हुए है। उसके द्वारा पार्टी की गतिविधियो में हस्तक्षेप कर कार्यकर्ताओं को लीड किया जाता है और विविध कार्यक्रमो में शामिल होकर संगठन का साथ दिया जा रहा है। जिले का हर जानकार व्यक्ति अच्छी तरह से जानता है कि दुष्कर्म मामले में भुपेंद्र सोहागपुरे की गिरफ्तारी नही होने के पीछे पूर्वमंत्री रामकिशोर कावरें का आंतरिक हस्तक्षेंप था। जहां सीधे तौर पर इसी घटना को लेकर जिले में उनके खिलाफ चर्चायें भी होती रही है। वर्तमान में दुष्कर्म के आरोपी भाजपा नेता भुपेंद्र सोहागपुरे सासंद भारती पारधी के खेमे से जुडकर कार्य कर रहा है और उनके कार्यक्रमो में सक्रियता बनाये हुआ है। आंशका जताई जा रही है कि वह अपने आका के ईशारे पर कथित तौर पर अपना गुट बदलकर सासंद भारती पारधी की छवि धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है और अपने चहिते नेता भाजपा जिलाध्यक्ष रामकिशोर कावरें को आंतरिक रूप से फायदा पहुंचा रहा है। यहाँ जरुरत है की सांसद भारती पारधी को ऐसे दुष्कर्म के आरोपी व्यक्ति से बचना चाहियें। वही सवाल यह भी उठता है कि क्या भाजपा जिलाध्यक्ष बलात्कारियों को सरंक्षण प्रदान करते है? क्योंकि भूपेंद्र मामले के बाद आदिवासी युवतियों से बलात्कार मामले पर भी उनका मौन चर्चा का विषय बना था।

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