अलीराजपुर, राष्ट्रबाण। चोरों को पकड़ने वाली पुलिस अगर खुद ही चोरी करने लग जाए तो कानून पर से भी लोगों का भरोसा उठ जाता है। ऐसा ही चौकाने वाला मामला सामने आया है जहां मध्यप्रदेश के अलीराजपुर जिले में पुलिसकर्मियों ने एक आदिवासी परिवार के साथ मारपीट कर उनके घर से 240 सोने के सिक्कों की चोरी कर लिए है। विवाद बढ़ने के बाद चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इसमें स्थानीय थाने के थानेदार भी शामिल हैं। हालाकि मामले का खुलासा होने के बाद इन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। दरअलस मामला 20 जुलाई को सामने आया है। इस मामले में पुलिस ने बताया की अलीराजपुर, झाबुआ और मध्य प्रदेश के कुछ अन्य जिलों के आदिवासी पुरुष और महिलाएं आजीविका के लिए अक्सर गुजरात और राजस्थान की यात्रा करते हैं। रामकुबाई ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उन्हें और उनके परिवार को गुजरात के नवसारी जिले में एक पुराना घर तोड़ते समय सोने के सिक्के मिले। वह चोरी से बच गए सिक्कों में से एक को अपने साथ पुलिस स्टेशन ले गई। इसकी पहचान 1922 में ब्रिटिश टकसाल में ढाले गए एक सीमित संस्करण वाले सिक्के के रूप में की गई है। इसका वजन 7.08 ग्राम है और इस पर किंग जॉर्ज VI की तस्वीर है। सिक्के में 90 प्रतिशत सोना है। एसआईटी के सदस्यों का मानना है कि लॉट के सभी सिक्के एक ही श्रेणी के होने की संभावना है। जब रामकुबाई और उसके परिवार के सदस्यों ने अपने घर के अंदर सोना छिपाकर रखा था, लेकिन पुलिस कर्मियों को इसकी भनक लग गई। 19 जुलाई की सुबह सोंडवा पुलिस स्टेशन के प्रभारी विजय देवड़ा कांस्टेबल राकेश, वीरेंद्र और सुरेंद्र के साथ कथित तौर पर सादे कपड़ों में और एक निजी वाहन में पहुंचे, परिवार के साथ मारपीट की और सिक्के लेकर चले गए। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 379 के तहत चोरी की प्राथमिकी दर्ज की।