Balaghat News: मंत्री रामकिशोर कांवरे की वजह से कटी रमेश भटेरे की टिकिट ?

Rashtrabaan
Highlights
  • बालाघाट के किस नेता ने भटेरे की संगठन गलत जानकारी ?
  • किसकी ओर झुंक रही रमेश के जुबानी सुई ?

बालाघाट, राष्ट्रबाण। केंद्रीय संगठन ने चुनाव के ढाई महीने पहले उन सीटो पर अपने उम्मीदवारो के नाम घोषित कर दिये है, जिन सीटो पर भाजपा को लगातार दो बार हार का सामना करना पडा था। लेकिन पार्टी संगठन की ओर से अधिकृत किये गये कुछ प्रत्याशियों के विरोध भी शुरू होने लगे है। जहां सबसे ज्यादा विरोध लांजी में देखने मिल रहा है जब से भाजपा ने आप समर्थित नेता राजकुमार करार्हे को टिकट दिया है और रमेश भटेरे का पत्ता साफ कर दिया है। लेकिन दूसरी ओर बैहर सीट पर अपने पुराने व हारे हुए प्रत्याशी को ही टिकट दे दिया है जिससे पार्टी संगठन में चर्चाओं का सिलसिला तेज हो गया है। लांजी से रमेश भटेरे की टिकट कटने के बाद कार्यकर्ताओं में भी आक्रोश देखने को मिला तो वही 19 अगस्त को कार्यकर्ता सम्मेंलन का आयोजन करके रमेश भटेरे भी पार्टी प्रमुख व स्थानीय नेताओं पर अपनी टिकट काटने का ठिकरा फोडते नजर आये। इस दौरान आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में रमेश भटेरे की आंखे भी आंसुओ से भीग गई। इस सम्मेलन में पूर्व विधायक रमेश भटेरे ने भाजपा के घोषित प्रत्याशी राजकुमार कर्राहे को गद्दार तक कह दिया। इसके अलावा पार्टी के कुछ कथित लोगो पर भी जुबानी वार करते हुए कहा कि मेरी टिकट काटने के लिये बालाघाट भाजपा संगठन के कुछ नेताओं ने गौ तस्करी करने के आरोप भी लगायें है। इस पर रमेश भटेरे ने अपनी कहा कि मै अपनी गर्दन कटा सकता हूं….लेकिन गाय नही कटवा सकता। यह गलत आरोप लगाकर मेरी छवि खराब करने के लिये बालाघाट के बड़े नेताओ ने मिलकर गलत जानकारी पार्टी और संगठन को दी थी।

अपने भाव विभोर शब्दो में जिस तरह भटेरे से जुबानी जंग छेडा है उसके मुताबिक यही लग रहा है कि रमेश भटेरे और गौरीशंकर बिसेन की टिकट काटने के लिये पार्टी के ही किसी दिग्गज नेता का हाथ है द्य ऐसे में शक की सुई मंत्री रामकिशोर कावरें, लता ऐलकर, रमेश रंगलानी, अभय सेठिया, अभय कोचर, गोपाल अडवाणी की ओर ईशारा कर रही है? रमेश भटेरे के कहने अनुसार आखिर इनमें से कोई तो ऐसा है जो गौरीशंकर बिसेन, मौसम बिसेन और रमेश भटेरे की टिकट कटवाने में तुला हुआ है? जहां वे लोग रमेश भटेरे की टिकट कटवाने में कामयाब भी हो चुके है और भटेरे की छवि खराब करने के लिये गौ तस्करी जैसा आरोप लगाकर संगठन मे जानकारी दिए है ? क्यूंकि यह वही चेहरे है जो हमेशा भाजपा मे गौरीशंकर के विरोधी गुट के माने जाते है।

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संगठन ने एक गद्दार-भगोडे को टिकट दे दिया
कार्यकर्ता सम्मेंलन में रमेश भटेरे के मुख से निकली बातें एक छोर से कार्यकर्ताओं को भाव-विभोर कर रही थी, तो वही दूसरी ओर पार्टी के कुछ नेताओं को बेनकाब भी कर रही थी। भटेरे ने कहा कि मैने पार्टी की सच्चे मन से सेवा की है, लेकिन संगठन ने एक गद्दार-भगोडे को टिकट दे दिया। यदि कफन भी मेरे उपर ओढा जायेगा, तो भाजपा के झंडे का कपडा होगा। मैने कोरोना काल में तन मन धन लगाकर जनता की सेवा की, लेकिन उस गद्दार ने झांक कर तक नही देखा। रमेश भटेरे की टिकट इसलिये काट दी गई, क्योकि मैने किसी बडे नेता की चाटूकारिता नही की ! मेरी टिकट काटने के पीछे वही लोग है जो भाजपा के स्थापित नेता गौरीशंकर बिसेन को हराने करने में जुटे थे, लेकिन 50 सालों से कुछ नहीं बिगाड़ सके, इसलिए मेरे खिलाफ षडयंत्र रचा गया, कि उनके साथ जो खडे रहते है उनके पैर काट दो और गौरीशंकर को कमजोर करने के लिए उनसे जुड़े लोगों के विकेट गिराने में लगे है। उन्होंने मेरे रूप में पहला विकेट गिराया है। भटेरे ने लालकारते हुए कहा की पार्टी के गद्दारो गाडी भरकर तुम पब्लिक तो ला लोगें, लेकिन कार्यकर्ता कहां से लाओंगें ? भटेरे ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष से लेकर प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय नेताओं से लेकर प्रदेश नेताओं तक जाकर वह अपनी बात रखेंगे और अंतिम समय तक टिकट के लिए प्रयास करेंगे हमारे प्रयास से लाँजी की टिकट बदलेगी।

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