Bandhavgarh News: बाघों के गढ़ बांधवगढ़ में बाघ की मौत

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  • एक सप्ताह पहले भी हुई थी बाघ और बाघिन की मौत

उमरिया, राष्ट्रबाण। बाघों के गढ़ बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से बाघ प्रेमियों के लिए एक बुरी खबर सामने आई है। तो वहीं मानपुर बफर परिक्षेत्र में एक सप्ताह में दो बाघों की मौत हो चुकी है। दोनों ही बाघों की मौत देवरी बीट में हुई है। वन अफसरों का कहना है कि मौत की वजह आपसी संघर्ष हो सकती है। मिली जानकारी अनुसार बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में शुक्रवार को मानपुर बफर परिक्षेत्र के देवरी बीट में बाघ का शव क्षत-विक्षत मिला। वहीं डॉग स्क्वाड और मेटल डिटेक्टर से सर्चिंग कराई गई। बाघ के पीएम के बाद अंतिम संस्कार किया गया। वहीं एक बाघिन की मौत 16 जुलाई रविवार को देवरी बीट में हुई थी। बाघिन की पीठ पर घाव में कीड़े पड़ गए थे, इलाज के दौरान बाघित की मौत हो गई। वहीं बता दें कि बाघ का क्षत-विक्षत शव मिलने के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं। क्योंकि जंगल में प्रबंधन लगातार गश्त करता है, इसके बावजूद एक हफ्ते में घायल बाघिन कीड़े पड़ जाने के बाद मिली और बाघ का शव क्षत-विक्षत अवस्था में मिला।

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बाघों की आपस में लड़ाई हो सकती है मौत की वजह
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के सहायक संचालक सुधीर मिश्रा ने बताया कि बाघ के शव को देखकर डॉक्टर ने बताया कि उसकी उम्र लगभग 12 वर्ष होगी। मौत की वजह बाघ और बाघिन का आपसी संघर्ष हो सकता है। फिलहाल जांच चल रही है। जांच के बाद ही मौत की वजह स्पष्ट हो पाएगी।

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बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघिन की मौत
बता दें कि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के मानपुर बफर परिक्षेत्र के देवरी बीट के मढ़ऊ ग्राम के पास घायल बाघिन बैठी हुई है। ऐसी जानकारी लगते ही बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की टीम मौके पर पहुंची और बाघिन का रेस्क्यू कर इलाज शुरू किया गया। रविवार को दो घंटे के इलाज के बाद बाघिन की मौत हो गई। बाघिन का पीएम कराया गया। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के सहायक संचालक सुधीर मिश्रा ने बताया कि बाघिन की पीठ में घाव था। उसका इलाज किया गया। मामले की जांच की जा रही है। पूरे क्षेत्र में गश्त की जा रही है।

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