Betul News: अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठा नर्सिंग स्टाफ

Rashtrabaan
Highlights
  • जिला अस्पताल में मरीजों को हो रही भारी परेशानी, संविदा कर्मचारियों की ली जा रही मदद

बैतूल, राष्ट्रबाण। अपनी आठ सूत्रीय मांगों को लेकर सोमवार को जिले भर का नर्सिंग स्टाफ अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बैठ गया। नर्सिंग स्टाफ ने तीन दिन पहले शुक्रवार को हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी थी। नर्सों के हड़ताल पर जाने से स्वास्थ्य व्यवस्थाएं ठप्प पड़ गई वहीं जिला अस्पताल में मरीजों को भारी दिक्कतों को सामना करना पड़ा है। नर्सिंग स्टाफा की हड़ताल का असर जिले के पीएचसी, सीएचसी में भी नजआ रहा है। हालांकि संविदा कर्मचारियों की मदद से व्यवस्थाएं सुधारने की कोशिश की जा रही है। बताया जा रहा है कि नर्सिंग स्टाफ ने पिछले शुक्रवार वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना देने के बाद 1 घंटे काम बंद हड़ताल की थी। मांगों पर विचार न होने के बाद उनका आक्रोश भड़क उठा और सोमवार से करीब ढाई सौ नर्स अनिश्तिकालीन हड़ताल पर बैठ गई। नर्सिंग स्टाफ ने अस्पताल परिसर में एकत्रित हो नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन भी किया। वहीं अपनी आठ सूत्रीय मांगों में तीन प्रमुख मांगों को लेकर आक्रोश जताया। जिनमें पदोन्नति, वेतन विसंगति दूर करने और रात्रि भत्ता देने की मांग प्रमुख हैं।

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इन मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन
नर्सिंग स्टाफ की नर्स ने बताया कि हमारी आठ सूत्रीय में अन्य प्रदेशों की भांति सेकेंड ग्रेड दिया जाए, नर्सिग संवर्ग के वेतन विसंगति को दूर किया जाए, चिकित्सकों की तरह रात्रि भत्ता दिया जाए, ग्वालियर रीवा मेडिकल कालेज की तरह वेतन वृद्धि दी जाए, नर्सिंग स्टूडेंट का स्टाइपेंड रु. 3000/- से बढ़ाकर 8000/- किया जाए, नर्सिंग संवर्ग की पदोन्नति हेतु जब तक माननीय न्यायालय में निर्णय विचाराधीन है। ऐसी स्थिति में विभाग द्वारा पद प्रभार के तौर पर प्रभारी बनाया जाए, सहायक संचालक के पद पर नर्सिंग संवर्ग से ही कार्य कराया जाए तथा प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा विभाग में स्वसाशी अन्तर्गत कार्यरत कर्मचारियों को सातवें वेतनमान का लाभ जनवरी 2016 से दिए जाने शामिल है।

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