Bhopal News: सरकार नही परिवार चला रहा हूँ: सीएम शिवराज, 4 लाख 60 हजार विद्यार्थियों को मिली साइकिल क्रय के लिए राशी

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Highlights
  • मामा ने दी छात्रों को सिंगल क्लिक में 207 करोड़ की सौगात

भोपाल, राष्ट्रबाण। गुरुवार को भोपाल में सीएम राइज शासकीय महात्मा गांधी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के भवन का भूमिपूजन का कार्यक्रम आयोजित किया गया। आपको बता दें कि यह स्कूल 81 करोड़ 12 लाख की लागत से बनने जा रहा है। ऐसे में कार्यक्रम में मुख्य आथिति के रूप में सीएम शिवराज सिंह चौहान पहुँचे जहां उन्होंने लाखों विद्यार्थियों को साइकिल की सौगात दी है। सीएम दोपहर करीब 12 बजे कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे और कन्या पूजन व दीप प्रज्ज्वलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम के दौरान भेल क्षेत्र में 81 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले सीएम राइज शासकीय महात्मा गांधी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय से संबंधित एक फिल्म भी दिखाई गई। कार्यक्रम के दौरान सीएम शिवराज ने विद्यार्थियों के बीच पहुंचकर उनके साथ संवाद किया। इसी दौरान उन्होंने घोषणा की कि सीएम राइज स्कूल में बच्चों के आवागमन के लिए बस की सुविधा दी जाएगी। स्कूलों में स्विमिंग पूल भी बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों को साइकिल के बदले राशि दी जा रही है। एक बच्चे को 4500 रुपये दिए जा रहे हैं।

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सीएम शिवराज ने विद्यार्थियों से कहा “आई लव यू”

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सीएम शिवराज ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि मेरे बेटा-बेटियों, मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं। आइ लव यू। अच्छी शिक्षा बच्चों को बहुत ऊंचे स्थान पर ले जाती है, सफल बनाती है। एक जमाना था, जब मध्यप्रदेश में स्कूल की बिल्डिंग ही नहीं हुआ करती थी। जब मैं मुख्यमंत्री बना, तो हमने तय किया कि बच्चों के पढ़ने के लिए बेहतर स्कूल होने चाहिए, ताकि हमारे बच्चे आगे बढ़ सकें। आज सीएम राइज स्कूल आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करा रहे हैं, ताकि गरीब के बेटा-बेटी भी खूब पढ़ें और आगे बढ़ें। मुख्यमंत्री ने कहा कि 12वीं कक्षा में 75% अंक लाने वाले बेटे-बेटियों को हम लैपटॉप तो देते ही हैं, अब 12वीं में अपने स्कूल में टॉप करने वाले बेटा-बेटी को स्कूटी दी जायेगी।

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सरकार नहीं, परिवार चला रहा हूं

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संपूर्ण मध्यप्रदेश मेरा परिवार है। मैं मुख्यमंत्री बनकर सरकार नहीं, परिवार चला रहा हूं। मेरे बेटा-बेटियों, तुम्हारी मेहनत से अगर तुम्हारा एडमिशन मेडिकल कॉलेज में, इंजीनियरिंग में, आइआइटी में, आइआइएम में, लॉ कॉलेज में या फिर किसी बड़े संस्थान में होगा, तो फीस कितनी भी हो, वो तुम्हारे माता-पिता नहीं, तुम्हारा मामा भरवाएगा।

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