Chhindwara News: बटकाखापा में पकड़ाई 2 तेंदुए की खाल सहित 3 आरोपी, एक्टिवा से हो रही थी खाल की तश्करी

Rashtrabaan

छिंदवाड़ा,राष्ट्रबाण। पूर्व वनमंडल अंतर्गत आने वाली बटकाखापा रेंज में रविवार सोमवार की दरम्यानी रात वन विभाग की टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है। दरअसल टीम ने घेराबन्दी कर तेंदुए की खाल की तस्करी करने जा रहे 3 शिकारियों को अपनी हिरासत में लिया है। वहीं उक्त आरोपियों के पास से 2 तेंदुए की खाल भी बरामद की गई है। मिली जानकारी के अनुसार पूर्व वनमण्डल के बटकाखपा रेंज में जंगापानी से बटकाखापा रोड के बाका तिराहे पर आरोपियों के होने की सूचना प्राप्त होने पर मुख्य वन संरक्षक उडनदस्ता दल सिवनी टीम द्वारा बटकाखापा रेंज छिंदवाड़ा के अधिकारी कर्मचारी से संपर्क कर उक्त संबध में जानकारी दी गई। जिसके बाद संयुक्त कार्यवाही में टीम द्वारा 02 तेंदुआ की खाल सहित 03 आरोपी को एक्टिवा वाहन सहित गिरफ्तार किया गया। फिलहाल वन विभाग आरोपियों से पूछताछ कर रहा है। वन विभाग की इस कार्यवाही में उड़न दस्ता दल सिवनी से प्रभारी हरवेंद्र बघेल , अर्पित मिश्रा, विवेक मिश्रा,मुकेश तिवारी, भूपेन्द्र सिंह ठाकुर ,सुगन इनवाती शामिल थे।

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जानकारी देने से बच रहा वन विभाग…

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पूर्व वनमंडल की रेंज बटकाखापा में जहां वन विभाग की टीम ने 2 तेंदुए की खाल के साथ 3 आरोपियों को हिरासत में लिया है वहीं इस मामले की पूरी जानकारी देने से वन अमला कतरा रहे है। दरअसल एक ओर जहां वन विभाग ने तेंदुए की खाल बरामद की तो वहीं अब तक यह जानकारी साफ नही हो पाई है कि आखिर 2 तेन्दुओ का शिकार कहाँ किया गया था। वहीं अब तक इस बड़ी घटना में पूर्व वनमंडल के डीएफओ द्वारा किसी भी प्रकार का कोई बयान सामने नही आया है।

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सिवनी के उड़नदस्ता ने की कार्यवाही…

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इस पूरे घटनाक्रम में चौकाने वाली बात यह सामने आई है कि तेंदुए की खाल की मुखबिरी में सबसे अहम रोल सिवनी वन विभाग के उड़नदस्ता का है। दरअसल सिवनी के वन विभाग को इसकी जानकारी लगने के बाद बटकाखापा वन विभाग हरकत में आया, जिसके बाद यह बड़ी कार्यवाही की गई। ऐसे में पूर्व वनमंडल की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं।

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एक साल में तस्करी के तीन मामले..

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वन विभाग की लचर कार्यप्रणाली का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि शिकारी बड़ी आसानी से जंगलों में जानवरों का शिकार कर रहे हैं। आपको बता दें कि इसके पहले जनवरी माह में दमुआ के पास भाकरा गांव में बाघ की खाल मिली थी, जहां शिकारियों द्वारा बाघ की खाल की तस्करी की जा रही थी, इस कार्यवाही को सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की टीम ने पूरा किया था। वहीं सोमवार को एक बार तेंदुए की खाल की तस्करी का मामला सामने आया है।

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