Chhindwara News: छिंदवाड़ा महापौर विक्रम अहाके ने छोड़ी कांग्रेस, भाजपा में हुए शामिल, कमलेश के बाद विक्रम ने भी बदला पाला

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छिंदवाड़ा, राष्ट्रबाण। छिंदवाड़ा में कांग्रेस की मुसीबत कम होने का नाम ले रही है। आगामी लोकसभा चुनाव से पहले यहां पर कांग्रेस को झटके पर झटके लग रहे हैं। अमरवाड़ा विधायक कमलेश शाह के बाद छिंदवाड़ा मेयर विक्रम अहाके बीजेपी मे शामिल हो गए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री निवास जाकर बीजेपी की सदस्यता हासिल की है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि कमलनाथ ने छिंदवाड़ा को बहुत नुकसान पहुंचाया है। उनके बेटे और कांग्रेस नेता नकुलनाथ ने आदिवासी समुदाय पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इससे आहत होकर विक्रम अहाके ने निर्णय लिया कि वे कांग्रेस में नहीं रहना चाहते, जहां आदिवासियों का सम्मान नहीं होता। मैं सभी को आश्वस्त करता हूं कि हम छिंदवाड़ा में विकास के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेंगे। बता दें कि छिंदवाड़ा से कांग्रेस की स्थिति काफी खराब होती जा रही है। यहां पर एक के बाद एक कांग्रेस नेता भाजपा में जा रहे हैं।

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मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सासंद पर की थी टिप्पणी…

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इससे पहले मुख्यमंत्री मोहन यादव ने हाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए अमरवाड़ा के विधायक कमलेश शाह के बारे में टिप्पणी के लिए छिंदवाड़ा के मौजूदा सांसद और कांग्रेस उम्मीदवार नकुल नाथ से माफी की मांग की। नकुल नाथ ने शनिवार को छिंदवाडा़ में रैली को संबोधित करते हुए शाह को ‘गद्दार’ कहा था। मुख्यमंत्री यादव ने नाथ के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि दुर्भाग्यवश कांग्रेस के नेता अपने बेटों को नेता बनाने के लिए जोर लगा रहे हैं। यादव ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ के बेटे नकुल नाथ ने गोंड आदिवासी नेता शाह को गद्दार कहकर सही नहीं किया। कमलनाथ के करीबी शाह इस सप्ताह की शुरुआत में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के छिंदी गांव में जनसभा में नकुल नाथ ने कहा था कि आदिवासी लोग आमतौर पर सादे और विनम्र होते हैं, लेकिन अमरवाड़ा की जनता ने जिस व्यक्ति को विधायक चुना था वह गद्दार निकला।

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कमलनाथ के करीबी होने के बाद मिली थी निकाय चुनाव में जीत…

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मेयर विक्रम आहाके के भाजपा में जाने के बाद जहां कांग्रेस अपने आप को कमजोर महसूस कर रही है,तो वहीं इससे पहले नगर निगम के कई सभापति भाजपा का दामन थाम चुके हैं। आपको बता दें कि नगर निगम में कांग्रेस अल्पमत में आ गई है। इससे पहले निकाय चुनाव में विक्रम ने अपने प्रतिद्वंदी प्रत्याशी को 3547 मतों से हराया था ,जिसके बाद सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने उनकी प्रशंसा की थी।

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