इंदौर,राष्ट्रबाण। देश मे धर्मांतरण जैसे अनेक मामले का चुके हैं। ऐसा ही मामला इंदौर के पास जोबट में सामने आया है जहां अनाथ बच्चों का धर्मांतरण करवाया जा रहा था। दरअसल जोबट के मिशनरी बाल गृह की संस्था अध्यक्ष कल्पना डेनियल पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। यहां की कई शिकायतें आ रहीं थी जिसके बाद निरीक्षण के बाद राज्य बाल संरक्षण आयोग ने निरीक्षण किया और इसके बाद एफआईआर दर्ज की गई। यह भी पता चला है कि बिना पंजीयन के ही यह संस्था 35 साल से चल रही थी। दरअसल यह मामला उस समय सामने आया जब जोबट के नर्मदा नगर में आदिवासी सहायता समिति की ओर से निरीक्षण कर जांच की गई। दल ने निरीक्षण में पाया कि संस्था का संचालन गैर कानूनी तरीके से किया जा रहा था। किशोर न्याय अधिनियम की धारा 42 के तहत बाल गृह पंजीयन के दस्तावेज मांगने पर समिति अध्यक्ष कल्पना डेनियल उपलब्ध नहीं करा पाईं। दरअसल, यह संस्था बिना पंजीयन के ही 35 साल से संचालित हो रही थी। इसके बाद बाल आयोग ने जोबट पुलिस थाने पर नियमों का उल्लंघन करने पर एफआईआर दर्ज कराई। संस्था अध्यक्ष के खिलाफ किशोर न्याय अधिनियम का उल्लंघन करने पर एफआईआर दर्ज की गई है। मंगलवार सुबह टीम फिर पहुंची और बयान लिए गए। पालकों के अलावा यहां रहने वाले बच्चों को भी बयान के लिए बुलाया गया। बच्चों का मेडिकल कराकर उनके बयान भी दर्ज किए गए हैं।
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बाल आयोग सदस्य ने धर्मांतरण की आशंका व्यक्त की…
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बाल आयोग सदस्य ओंकार सिंह ने धर्मांतरण की आशंका भी जाहिर की है। बच्चों को कहां से लाया गया, यह भी पता लगाया जा रहा है। मामले में मानव तस्करी की भी आशंका है। महिला व बाल विकास विभाग के माध्यम से पुलिस को आवेदन देकर समिति अध्यक्ष के खिलाफ जेजे एक्ट के उल्लंघन की एफआईआर दर्ज कराई है।
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71 बच्चे मिले, 59 नाबालिग
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यहां 71 बालक-बालिकाएं मिले, जिनमें 59 नाबालिग हैं। यहां 35 बालिकाएं मिलीं, जिनमें 30 नाबालिग हैं। अधिकांश बालिकाएं अनाथ हैं। एक अलग भवन में 36 बालक भी निवासरत है, जिनमें 29 नाबालिग हैं। साथ ही वृद्धाश्रम भी संचालित पाया गया, जिसमें 13 वृद्ध रह रहे हैं।