Morena News: नरकंकाल भूत दिखने से बच्चों ने छोड़ा स्कूल, अब हेडमास्टर और सरपंच घर-घर देंगे दस्तक

Rashtrabaan

मुरैना, राष्ट्रबाण। अक्सर आपने सुना होगा कि स्कूल में भूत का साया है। लेकिन हर बार इस प्रकार की घटनाएं सिर्फ भ्रामक ही निकली हैं। लेकिन मुरैना के एक स्कूल में नरकंकाल दिखने से अब स्कूली बच्चों ने स्कूल जाना ही छोड़ दिया है। मुरैना जिले के शासकीय प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय बिचोली का पुरा में भूत के डर से बच्चे स्कूल नहीं पहुंचे। प्रभारी हेडमास्टर ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए गांव के सरपंच से मदद मांगी। अब हेडमास्टर और सरपंच कल से घर-घर दस्तक देंगे और लोगों से अपील करेंगे कि वे अपने नौनिहालों को स्कूल में पढ़ने के लिए भेजें। प्राप्त जानकारी के अनुसार, मुरैना विकास खंड के अंतर्गत आने वाले शासकीय माध्यमिक/प्राथमिक विद्यालय विचोली का पुरा में कक्षा 1 से 8 तक करीब 450 विद्यार्थियों के नाम भर्ती रजिस्टर में दर्ज हैं। प्रभारी हेडमास्टर मुस्ताक अहमद ने बताया कि इनमें से 80 फीसदी छात्रों की उपस्थिति रोजाना दर्ज होती है। पिछले सोमवार को भी स्कूल में करीब सवा तीन सौ बच्चे पढने आये थे। स्कूल की छुट्टी होने के बाद सभी बच्चे अपने-अपने घर चले गए थे। इस दौरान किसी भी बच्चे ने स्कूल में कोई परेशानी होने की शिकायत नहीं की थी। इसके बाद अचानक स्कूल में भूत होने की चर्चा शुरू हो गई। बात पूरे गांव में आग की तरह फैल गई कि स्कूल में भूत है और नरकंकाल के रूप में देखा गया है। प्रभारी हैडमास्टर का कहना है कि यह अफवाह गांव के किसी शरारती तत्व ने अपने निजी लाभ के लिए फैलाई है। इस अफवाह से बच्चे इतने डर गए हैं कि बुधवार को केवल सौ बच्चे ही स्कूल पहुंचे। चूंकि गांव में करीब 4 से 5 निजी कोचिंग संस्थान संचालित हो रहे हैं। ऐसे में सरकारी स्कूल बंद होने से सीधा लाभ प्राइवेट कोचिंग संचालकों को होगा। यही कारण है कि कुछ लोगों ने यह अफवाह गांव में फैलाई है। अब बच्चों के दिमाग से भूत का डर निकालने के लिए हेडमास्टर सरपंच को साथ लेकर गांव में घर-घर दस्तक देंगे। हेडमास्टर और सरपंच गांव के लोगों को बताएंगे कि स्कूल में कोई भूत-प्रेत नहीं है, वरन यह निजी कोचिंग संचालकों की एक साजिश है। इसलिए वे अपने बच्चों को निडर होकर स्कूल भेजें।

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