Operation Sindoor: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने ऑपरेशन सिंदूर को भारत की सैन्य ताकत का प्रतीक बताया है। उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन में भारत को कोई नुकसान नहीं हुआ, जबकि पाकिस्तान के नौ आतंकी ठिकानों को सटीकता से निशाना बनाया गया। डोभाल ने विदेशी मीडिया की उन खबरों को खारिज किया, जिनमें भारत को नुकसान होने का दावा किया गया था।
स्वदेशी हथियारों की शक्ति
चेन्नई में आईआईटी मद्रास के 62वें दीक्षांत समारोह में डोभाल ने ऑपरेशन सिंदूर में स्वदेशी हथियारों की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि ब्रह्मोस मिसाइल, इंटीग्रेटेड एयर कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम्स और रडार जैसे स्वदेशी सिस्टम्स ने बेजोड़ प्रदर्शन किया। डोभाल ने बताया कि यह ऑपरेशन 23 मिनट में पूरा हुआ, जिसमें नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया और कोई चूक नहीं हुई। उन्होंने स्वदेशी तकनीक पर जोर देते हुए कहा कि यह भारत की आत्मनिर्भरता का सबूत है।
विदेशी मीडिया पर सवाल
डोभाल ने विदेशी मीडिया की उन रिपोर्ट्स पर सवाल उठाए, जिनमें दावा किया गया कि पाकिस्तान ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत को नुकसान पहुँचाया। उन्होंने चुनौती दी कि कोई एक तस्वीर दिखाए, जिसमें भारत में नुकसान, यहाँ तक कि एक टूटा हुआ शीशा भी दिखे। डोभाल ने कहा कि इसके उलट, सैटेलाइट तस्वीरों में पाकिस्तान के 13 एयरबेस पर हुए नुकसान की तस्वीरें सामने आईं, जिनमें सरगोधा, रहीम यार खान और चकलाला शामिल हैं। उन्होंने विदेशी मीडिया की रिपोर्टिंग को पक्षपातपूर्ण बताया।
ऑपरेशन सिंदूर का मकसद
ऑपरेशन सिंदूर 7 मई 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया गया, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे। भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, जिनमें लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के शिविर शामिल थे। डोभाल ने बताया कि यह ऑपरेशन आतंकवाद के खिलाफ भारत की दृढ़ नीति को दर्शाता है। सोशल मीडिया पर भी इस ऑपरेशन को भारत की सैन्य क्षमता का प्रतीक बताया जा रहा है।
भारत की रणनीतिक ताकत
डोभाल ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में ब्रह्मोस मिसाइलों ने पाकिस्तान के रडार और कमांड सेंटर्स को नष्ट कर उनकी वायु रक्षा प्रणाली को कमजोर किया। यह ऑपरेशन भारत की पहली त्रि-सेवा मिशन था, जिसमें सेना, वायुसेना और नौसेना ने मिलकर काम किया। ऑपरेशन की सफलता ने भारत की रणनीतिक ताकत को वैश्विक स्तर पर रेखांकित किया। डोभाल ने युवाओं से स्वदेशी तकनीक को बढ़ावा देने का आह्वान भी किया।
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