रीवा, राष्ट्रबाण। सीएम शिवराज अपने दौरे के अनुसार सुबह रीवा पहुंचे। रीवा में लाडली बहना सम्मेलन का आयोजन होना है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को रीवा में कहा, 30 अगस्त को रक्षाबंधन है। इससे पहले 27 अगस्त को आपका भाई फिर आपको कुछ न कुछ उपहार देने का सोचेगा। इस दिन आपसे टेलिविजन के जरिए जुड़ूंगा। मुझे जरूर सुनना। सीएम शिवराज शहर के एसएएफ मैदान पर राज्यस्तरीय लाड़ली बहना सम्मेलन में शामिल हुए। मंच से लाड़ली बहनों के बैंक खातों में सिंगल क्लिक के जरिए तीसरी किस्त के 1-1 हजार रुपए जारी किए। तो वहीं 1.25 करोड़ से अधिक महिलाओं के अकाउंट में 1209.59 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए। इस दौरान सीएम ने कहा कि लाड़ली बहना योजना के 1 हजार रुपए शिवराज और सरकार का बहनों के लिए समर्पण का परिणाम है। मुख्यमंत्री ने समारोह से 1.81 लाख बैगा, भारिया, सहरिया जनजातीय महिलाओं को पोषण आहार के लिए उनके बैंक खातों में 18.16 करोड़ रुपए भी जारी किए। इससे पहले सीएम ने शहर में कॉलेज चौराहे से अस्पताल चौराहे तक डेढ़ किलोमीटर तक जन दर्शन रोड शो किया। यह रोड शो 2 घंटे तक चला। सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने 153.317 करोड़ रुपए के 20 निर्माण कार्य का शिलान्यास और लोकार्पण भी किया। तो वहीं रीवा जिले के लिए 67.62 करोड़ रुपए की लागत के 10 कार्यों का शिलान्यास और 85.697 करोड़ रुपए की लागत के 10 कार्यों का लोकार्पण हुआ। इस दौरान सीएम ने कहा कि कांग्रेस की सरकारों में विंध्य को न्याय नहीं मिला। हमारी सरकार ने यहां के विकास में कोई कमी नहीं छोड़ी।
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मेरे मुख्यमंत्री बनने के बाद बहनें चुनाव लडऩे लगीं: सीएम शिवराज
कार्यक्रम के दौरान सीएम ने कहा कि मैं जब मुख्यमंत्री नहीं था, तब बहनों को चुनाव लडऩे ही नहीं देते थे। स्थानीय निकाय चुनाव में हमने आधी सीट पर बहनों के चुनाव लडऩे का कानून बनाया। पहले पुलिस में बेटियां भी नहीं होती थीं। मैंने तय किया कि 30 प्रतिशत भर्ती पुलिस में बेटियों की करूंगा। बेटियों के हाथ में डंडे आएंगे तो गुंडों को ठीक कर दिखा देंगी। हमने कानून बनाया कि मकान, दुकान, खेत कोई बहन-बेटी के नाम पर खरीदेगा तो रजिस्ट्री का पैसा बहुत कम लगेगा।
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लाडली बहनों को 10 हजार रूपए प्रतिमाह मिले, यही हमारा लक्ष्य: शिवराज
सीएम कहा कि अभी मेरी सवा करोड़ बहनें हैं। ये और बढ़ रही हैं। 21 से 23 की उम्र की बहनों को भी जोड़ रहे हैं। कांग्रेस के कहने पर जिन्होंने फार्म नहीं भरे और जो रह गईं, उनके नाम भी जोड़े जाएंगे। सवा करोड़ बहनों के लिए सालभर का खर्च 15 हजार करोड़ रुपए आएगा। लेकिन, यहां सीमित नहीं रहेंगे। पैसों का इंतजाम हो रहा है। जैसे ही इंतजाम होगा, 1 हजार से बढ़ाकर 1250, फिर 1500 और इसे बढ़ाकर 3 हजार रुपए महीने तक ले जाएंगे। मेरा लक्ष्य हर बहन की आमदनी 10 हजार रुपए महीना करने की है।