छतरपुर, राष्ट्रबाण। छतरपुर से एक चौका देने वाली खबर प्रकाश में आई है जहां इस खबर ने सभी को सन्न कर दिया है। दरअसल मध्य प्रदेश के महर्षि विद्या मंदिर में पढ़ने वाले 10वीं के छात्र की असमय मौत हो गई। और छात्र की मौत का कारण हार्ट अटैक बताया जा रहा है। छात्र की मौत उस समय हुई जब वह स्कूल में प्रार्थना सभा में खड़ा हुआ था उसी दौरान वो बेहोश होकर गिर पड़ा, टीचरों ने CPR की कोशिश की लेकिन उसे नहीं बचा सके। जिस छात्र की मौत हुई है वह छतरपुर शहर के जाने माने व्यापारी का बेटा है। परिजनों ने बताया कि मृतक सार्थक टिकरिया रोजाना कि तरह सुबह 7 बजे स्कूल चला गया था। स्कूल में असेंबली के दौरान वो बेहोश होकर गिर पड़ा। जिसके बाद उन्हें स्कूल से फोन आया। जबतक वो स्कूल पहुंचते टीचरों ने CPR के जरिए होश दिलाने की कोशिश की लेकिन सार्थक की मौत हो गई। परिजन जब स्कूल पहुंचे तो आनन-फानन में उसे लेकर अस्पताल पहुंचे लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मामले पर जिला अस्पताल के डॉक्टर का कहना है कि हार्ट अटैक के मामलों में महज 10 मिनट का ही समय रहता है ऐसे में सार्थक को लाने में देर हो जाने से उसकी मौत हो गई। सही ढंग से CPR भी नहीं दिया गया वरना उसे अस्पताल लाने तक बचाया जा सकता था।
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छात्र का किया गया नेत्रदान.
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एक ओर जहां मृतक सार्थक की असमय मौत होने से पूरा परिवार सदमे में है। वहीं मृतक के परिजनों ने एक सार्थक कदम उठाया है। दरअसल सार्थक के पिता ने नेत्रदान कराने के लिए सद्गुरु नेत्र हॉस्पिटल को सूचित किया और सोमवार दोपहर 3 बजे अस्पताल के डॉक्टरों ने सर्जरी करके सार्थक की आंख निकाल ली है। परिजनों का कहना है कि उसके बेटे कि आंखों से किसी नेत्रहीन को नई जिंदगी मिल जाएगी। घटना के बाद शहर के स्कूलों और परिजनों में डर का माहौल है।