सिवनी, राष्ट्रबाण। कभी समाज का उत्थान करने और अपने आपको गैर राजनैतिक संगठन बताने वाला बघेल युवा क्रांति सेना के कुछ पदाधिकारी अब चुनावी साल में कांग्रेस के चरणों में गिर कर आशीर्वाद लेने का प्रयास कर रहे है। वर्तमान में कुछ दिनों से एक चर्चा जोरो पर है की बघेल समाज की युवा इकाई द्वारा कांग्रेस को समर्थन दिया गया है। सूत्र बताते है की कुछ लोगो ने बैठक कर कांग्रेस से छः अंको की राशि लेकर कांग्रेस को समर्थन दिया है। लेकिन सवाल यह उठता है की यह संगठन कभी किसी राजनीति पार्टी या नेता विशेष को समर्थन का विरोध था किंतु ऐसा क्या हुआ की संगठन कांग्रेस को समर्थन देने को मजबूर हो गया।
चर्चाओं की मने तो कुछ लोगो को कांग्रेसी नेता अनीश बघेल द्वारा आर्थिक लाभ पहुंचाया गया है जिसके चलते कुछ पदाधिकारियों ने अपने स्वार्थ के लिए अपना जमीर गिरवी रख दिया। इस संबंध में जब राष्ट्रबाण ने बघेल युवा क्रांति सेना के अध्यक्ष जीतेन्द्र उर्फ़ रूपक बघेल से संपर्क किया तो उन्होंने बताया की संगठन गैर राजनैतिक है हम किसी राजनैतिक दल का समर्थन नहीं करते। जब राष्ट्रबाण ने पैसे ले कर समर्थन करने पर सवाल किया तो उन्होंने किसी भी प्रकार का कोई जवाब देने से इंकार कर दिया। अध्यक्ष की चुप्पी भी रहस्यमयी प्रतीत होती है।
कौन है अनीश?
अनीस बघेल कांग्रेस पार्टी का कार्यकर्त्ता है और यह पहले जुआ खेलते पकड़ा गया है जिसके चलते यह अखबारों की सुर्खियां बना है। अब ऐसे में कांग्रेस के समर्थन की खबर ऐसे व्यक्ति द्वारा फैलाई जा रही है। हालांकि अध्यक्ष जीतेन्द्र उर्फ़ रूपक बघेल इस बात का इंकार कर रहे है। अध्यक्ष अनुसार यह बातें अफवाह है लेकिन पैसो में सौदा की चर्चा ने भी जोर पकड़ा हुआ है।
मुस्लिम नेता के कहने पर कटी राजा बघेल की टिकिट
वर्तमान में कांग्रेस नेता सोहेल पाशा का एक ऑडियो खूब वायरल हो रहा है। उस ऑडियो में सोहेल पाशा अपने आपको अध्यक्ष चुनाव न लड़ने पर वर्तमान में कांग्रेस प्रत्याशी बता रहे है, साथ ही वह यह भी कहते सुने जा रहे है की राजा बघेल अपनी कौम का दुश्मन है इसलिए कमलनाथ से बोलकर मैंने उनकी टिकिट कटवाया है। ऑडियो की पुष्टि राष्ट्रबाण नहीं करता। इस ऑडियो के सामने आने के बाद यह स्पष्ट होता है की कांग्रेस अल्पसंख्यों के इशारो पर बहुसंख्यक समाज को भी धोखा दे सकती है। शायद यही वजह है की इस बार बागरी और कुर्मी समाज को नजर अंदाज किया गया है।