MP News : छात्रों की समस्या के निराकरण के लिए भुनेश ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन

Rashtrabaan
Highlights
  • सिवनी में विश्विद्यालय खोलने की रखी मांग
  • राज्यपाल ने मांगों को जल्द पूरी करने दिया आश्वासन

सिवनी, राष्ट्राबाण। जिले में विश्वविद्यायल खोलने व राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय छिंदवाड़ा द्वारा सिवनी के विद्यार्थियों के भविष्य के साथ किए जा रहे निरंतर खिलवाड़ को लेकर भुनेश कुलहाड़े के नेतृत्व में एलएलबी के छात्रों द्वारा प्रदेश के महामहिम राज्यपाल मंगू भाई पटेल को ज्ञापन सौंपा गया।
महामहिम राज्यपाल का छपारा के लुड़गी ग्राम में आगमन हुआ था जहा छात्रों द्वारा सौपे गए ज्ञापन में यह मांग की गई की सिवनी जिले में विश्वविद्यायल खोलने व लगातार राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय छिंदवाड़ा के अस्तित्त्व में आने के बाद से अभी वर्तमान तक इन 3 वर्षों से एकेडमिक कैलेंडर के अनुसार संबंधित महाविद्यालयों में न तो अध्यापन करवाया जा रहा है, न समय पर परीक्षाओं का संचालन किया जा रहा है और न ही उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन भी ठीक ढंग से नहीं करवाया जा रहा है न परीक्षा परिणाम समय पर घोषित किए जा रहे हैं। यहां तक की विश्वविद्यालय द्वारा सभी संकायों व विषयों का पाठ्यक्रम भी विधिवत रूप से तैयार नहीं किया गया है और शैक्षणिक सत्र भी लगभग 6 से 8 महीने विलंब से चल रहा है, इसके साथ ही विभिन्न विषयों के पाठ्यक्रमों को लेकर भी विसंगतियां बनी हुई है। परीक्षाओं के संचालन के अंतर्गत प्रश्न पत्रों का निर्माण और परीक्षा के पश्चात दिए जाने वाले मूल्यांकन में भी भारी अनियमितताएं है जिसका विपरीत परिणाम आज तक विद्यार्थियों को विगत 3 वर्षों से भुगतना पड़ रहा है।

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उक्त समस्या की ओर विश्वविद्यालय प्रशासन का ध्यान महाविद्यालय स्तर पर तथा विद्यार्थी संगठनों के माध्यम से अनेक बार आकर्षित कराया गया किंतु विश्वविद्यालय द्वारा इन विसंगतियों में किसी भी तरह का कोई सुधार नहीं किया गया है जिससे सिवनी जिले सहित विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले अन्य जिलों के विद्यार्थियों में भी भारी असंतोष व आक्रोश है। क्योंकि जहां एक और भारत का संविधान शिक्षा का अधिकार देता है वहीं शिक्षा प्रदान करने वाले और परीक्षाओं का संचालन करने वाले राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय के द्वारा इन सभी बातों की अनदेखी कर मनमर्जी से परीक्षाओं का संचालन और उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया जा रहा है जिसका दुष्परिणाम विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाग दो या तीन परसेंट आ रहा है। इसके उपरांत विद्यार्थियों के द्वारा जब विश्वविद्यालय से संपर्क किया जाता है तो वह केवल एक कोरा सा जवाब देते हैं कि जो मूल्यांकन हुआ है वह सही वास्तविक स्थिति यह है। विद्यार्थियों के द्वारा विषय से संबंधित प्रश्नों के उत्तर विधिवत रूप से दिए जाने के उपरांत भी उनके संदर्भ में कोई विचार नहीं किया जाता है। ऐसी स्थिति में विद्यार्थियों के भविष्य से जो खिलवाड़ हो रहा है उसके कारण 2 अनेक-अनेक विद्यार्थियों ने अपने अध्ययन को छोड़ दिया है।

राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय की स्थापना हुई लगभग 4 वर्ष का समय हो रहा है किंतु अभी तक विश्वविद्यालय के मापदंड के अनुसार ना तो विभिन्न विषयों के विभागों की स्थापना हुई है ना ही उनके विभागाध्यक्षों की नियुक्ति हुई है और विश्वविद्यालय के अंतर्गत कार्य संचालन हेतु जो स्टॉफ होना चाहिए वह भी पर्याप्त नहीं है, ऐसी स्थिति में शिक्षा के क्षेत्र में सिवनी जिले के साथ घोर अन्याय हो रहा है। जहा भौगौलिक दृष्टिकोण से सिवनी जिला मुख्यालय मध्य में है जहां से बालाघाट व छिंदवाड़ा दोनों जिलों का केंद्र है। आवागमन के दृष्टिकोण से भी उचित है ऐसी स्थिति में सिवनी मुख्यालय में विश्वविद्यालय स्थानांतरित या स्थापित किया जावें, जिससे शिक्षा के क्षेत्र की उक्त समस्याओं से मुक्ति मिल सके और यह विद्यार्थियों के भविष्य व हित में होगा। इन सभी विषयों पर राज्यपाल ने जल्द से जल्द पूरा करने का आश्वासन छात्रों को दिया है।

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