मध्यप्रदेश का नेतृत्व करेगी बीएसएसएस : साउथ एशियन पीस कॉन्फ्रेंस और इन्टरनेशनल साउथ कल्चरल फेस्टिवल के लिए रवाना हुई टीम गौरी

Rashtrabaan

बैतूल, राष्ट्रबाण। सेना के साथ रक्षाबंधन का पर्व मनाने, ऑटो एंबुलेंस योजना के संचालन और सशक्त सुरक्षा पेडबैंक जैसे कार्यों के बाद बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति जिले और प्रदेश की लोक संस्कृति को देश और विदेशों से परिचित कराने की दिशा में अग्रसर है।बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति का 12 सदस्यीय दल 8 जनवरी की रात 9 बजे करनूल आंध्र प्रदेश में आयोजित साउथ एशियन पीस कॉन्फ्रेंस और इन्टरनेशनल साउथ कल्चरल फेस्टिवल के लिए कांगो एक्सप्रेस से समिति अध्यक्ष गौरी बालापुरे पदम के नेतृत्व में रवाना हुआ। साउथ एशियन पीस कॉन्फ्रेंस और इन्टरनेशनल साउथ कल्चरल फेस्टिवल के लिए 10 से 12 जनवरी तक टी जी वेंकटेश फाइन आर्ट एकेडमी एवं नृत्य ज्योति फाइन आर्ट डेवलपमेंट एसोसिएशन द्वारा आयोजित किया जा रहा है।

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यह होंगे कॉन्फ्रेंस में शामिल

श्रीमति पदम एवं समिति के सह सचिव ईश्वर सोनी के नेतृत्व में समिति के सदस्य प्रचिति कमाविसदार, प्रज्ञा झगेकर, रेणुका उपासनी छिंदवाड़ा, प्रीति सोनी, प्रियंका पण्डोले, नीरज पण्डोले, छाया प्रजापति, उषा अतुलकर, रविन्द्र चौकीकर, अभिषेक सोनी साउथ एशियन पीस कॉन्फ्रेंस और इन्टरनेशनल साउथ कल्चरल फेस्टिवल 10 से 12 जनवरी तक पीस कॉन्फ्रेंस और यूथ फेस्टिवल में सहभागिता दर्ज कराएंगे।इस दौरान दल के सदस्यों द्वारा लोक नृत्य की प्रस्तुति भी दी जाएगी।

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बैतूल का गुड़ चखेगा इंडिया

श्रीमती पदम ने बताया कि लोकल फॉर वोकल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बैतूल के प्रसिद्ध खाद्य उत्पाद गुड़ को भी समिति अपने साथ लेकर आई है। भैसदेही निवासी उन्नत कृषक श्याम निर्मले एवं समिति के वरिष्ठ सदस्य प्रदीप निर्मले के सौजन्य चॉकलेट पैकिंग में एवं 1 किलो की पैकिंग में गुड़ दल को भेंट किया है। बैतूल की मिठास को एक ही मंच पर पूरा देश चखेगा। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में आने वाले अतिथियों को गुड़ भेंट में दिया जाएगा। साथ ही मध्यप्रदेश की यह टीम तिलक लगाकर और कलेवा बांधकर अतिथियों का अभिनंदन करेगी।

पिछली बार जिले का लोकनृत्य वर्ल्ड रिकार्ड में हुआ था शामिल

वर्ष 2023 में करनूल में नृत्य ज्योति फाइन आर्ट डेवलपमेंट एसोसिएशन के संचालक डॉ के वी भार्गव द्वारा आयोजित इंडियन डांस फेस्टीवल में बैतूल सहित 11 प्रदेशों के 15 अलग-अलग लोकनृत्य की प्रस्तुति महज 30 मिनट में मंच पर दी गई। यह कार्यक्रम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड की टीम ने लाइव रिकॉर्ड किया था।मध्यप्रदेश से 15 सदस्यीय दल ने भी वर्ल्ड रिकार्ड में भाग लिया और सफलतापुर्वक जिले के ढंढार लोकनृत्य की प्रस्तुति दी और रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया। बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति के लिए यह बड़ी उपलब्धि है।इस वर्ष भी आयोजन को लेकर पूरा दल उत्साहित है। जनवरी को शाम तक समिति का दल करनूल में कार्यक्रम स्थल तक पहुंचेगा और 10 जनवरी से आयोजित कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति और सहभागिता दर्ज कराएगा।

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