नैनपुर, राष्ट्रबाण। थांवर नदी में बने बीजेगांव जलाशय का पानी पठार अंचल के किसानों को नही मिल पा रहा है। अपनी मांगों को लेकर अब अंचल के किसान लामबंद हो गए हैं। डिठौरी और पाठासिहोरा क्षेत्र से जुड़े ग्रामीण अंचलों के किसानों ने अब खेतो में सिंचाई के पानी की मांग के साथ अपना मोर्चा खोल दिया है। डिठौरी में सभी किसानो ने एक जुट होकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन के साथ इसकी सुरुआत की है। प्रदर्शन के दौरान नैनपुर एस डी एम के माध्यम से प्रदेश के महामहिम राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा है।
यह है किसानों की मांग
पठार अंचल से लगे बीजेगांव में थांवर नदी का एक विशाल जलाशय 80 के दशक में बनाया गया था। जिससे नैनपुर अंचल का बहुत बड़ा रकबा सिंचित हो रहा है। मगर पीठ सटाये बैठे पठार अंचल के ग्राम के खेत सूखे हैं। यहां खेतो में सिंचाई सुविधा का आभाव है। बीजेगांव जलाशय का पानी नहरों के माध्यम से पठार के खेतों तक पहुंचाने की किसानों की मांग बहुत पुरानी है। पाठासिहोरा और डिठौरी क्षेत्र के आस पास लगभग 40 से 50 ग्रामों में सिंचाई सुविधा उप्लब्ध कराने हेतु किसान मांग कर रहे हैं। किसानों का आरोप है कि पठार क्षेत्र से जो नदियों एवं नालो का पानी बहकर थांबर नदी से बीजेगांव डेम तक पहुँचता है। उस बांध से बहुत से ग्राम सिंचित है। मगर सिंचाई सुविधा के आभाव में हमारे खेत पानी के लिए तरस रहे है। हमारे सूखे पड़े खेतो में सिंचाई सुविधा उपलब्ध करायी जावे । जिससे हम लोग भी खेती में उन्नति कर सके।
पानी पर पहला हक हमारा है
किसानों ने आरोपित किया कि थांवर नदी का संगम आगे चलकर बैनगंगा नदी से होता है। सिंचाई के समय मे बांध से अतिरिक्त पानी छोडकर थांवर नदी में बहाया जाता है। जो बैनगंगा नदी के माध्यम से बालाघाट जिले के किसानों के जीवन को खुशहाल कर रहा है। जबकि इस अंचल में सिंचाई सुविधा के लिए किसान तरस रहे है। जबकि थांवर के पानी का पहला हक नैनपुर के साथ पठार अंचल के किसानों का है। जिनके लिए यह बांध बनाकर नहरों के माध्यम से खेतों में पानी मुहैया कराया जाता है। मगर बिडम्बना है कि आज तक पठार अंचल में सिंचाई सुविधा के आभाव को शासन और प्रशासन के द्वारा नजरअंदाज किया गया। किसानों का सवाल है कि पठार अंचल के लिए नहर एनीकट के माध्यम से सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने पर आज तक किसी भी राजनैतिक दल ने आखिर ध्यान क्यों नही दिया?
अब तीव्र होगा आंदोलन
डिठौरी ग्राम में अपने एक दिवसीय प्रदर्शन के दौरान लामबंद हुए अंचल के किसानों का कहना है कि हमें जल्द से जल्द सिचाई सुविधा उपलब्ध करावी जावे। अन्यथा हमारी मांग पूरी न होने पर हम उग्र आंदोलन करेंगे। जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। कल क्षेत्र के किसानों ने नैनपुर एसडीएम के माध्यम से प्रदेश के महामहिम राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा है। ज्ञापन में कहा गया है कि यदि शीघ्र ही किसानों की इस मांग पर कोई विचार नही किया जाता है तो अंचल के किसान अपना आंदोलन और तीव्र कर देंगे।
प्रदर्शन के दौरान उपस्थित रहे सैकड़ो किसान
अपनी मांग को लेकर पठार अंचल के किसानों ने एक किसान मोर्चा संगठन का निर्माण किया है। कल हुए प्रदर्शन में सैकड़ो किसान डिठौरी के धरना स्थल पर पहुंचे । जहां सभा के माध्यम से उन्होंने अपनी आवाज बुलंद की है। पठार छेत्र किसान मोर्चा के तत्वाधान किये गए प्रदर्शन में सरजू प्रसाद तिवारी, केशव राय, मनोज राय, रामनाथ उइके, संतोष उइके, सुदामा प्रसाद राय, उमाकांत झारिया, प्रदीप सरपंच, रामकिशोर उइके, धनेश राय, काशीराम उइके, बीरबल परते, उर्मिला उइके सरपचं, बंधा सरपंच, झिरिया सरपंच, एवं छेत्र के सैकड़ो किसान शामिल हुए।