नई दिल्ली, राष्ट्रबाण। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार विदेशों की दौरे कर रहे है। इसी बीच शुक्रवार को पीएम मोदी एक दिन के दौरे पर ग्रीस में हैं। यहां दोनों देशों के बीच डेलिगेशन लेवल की बातचीत हुई। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि हम पुराने दोस्तों की तरह एक-दूसरे को समझते हैं। हम 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार दोगुना करेंगे। प्रधानमंत्री ने ग्रीस के जंगलों में लगी आग में जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि दी। तो वहीं राष्ट्रपति कैटरीना सकेलारोपोउलो ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सेरिमोनियल वेलकम दिया। उन्हें ग्रीस के दूसरे सर्वोच्च सम्मान ‘ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर’ से सम्मानित किया गया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं इस सम्मान के लिए राष्ट्रपति, ग्रीस की सरकार और लोगों को कोटि-कोटि धन्यवाद देता हूं। यह ग्रीस के लोगों का भारत के प्रति आदर भाव दर्शाता है।
ग्रीस के प्रधानमंत्री ने किया संबोधित
ग्रीस के प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि मोदी मेरे दोस्त हैं। कहा जाता है कि 1+1 = 11 भी होते हैं। यहां हम दोनों देशों के बीच दोस्ती की मिसाल कायम करना चाहते हैं। एक देश अगर दुनिया की सबसे बड़ी डेमोक्रेसी है तो दूसरा दुनिया का पहला लोकतंत्र। चंद्रयान-3 मिशन की कामयाबी के लिए भारत को बधाई।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संबोधन
इसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक रिश्ते हैं। आज वक्त की जरूरत के मुताबिक- हम डिफेंस, सिक्योरिटी, इन्फ्रास्ट्रक्चर, एजुकेशन और स्किल डेवलपमेंट जैसे अहम सेक्टर्स में साथ काम कर सकते हैं। दोनों देशों के बीच एनएसए लेवल की बातचीत भी शुरू होगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन में क्या कहा…
- हमारे बीच जियोपॉलिटिकल मुद्दों को लेकर तालमेल है। चाहे वो इंडो-पैसिफिक हो या भूमध्य सागर हो।
- 40 सालों के लंबे अंतराल के बाद भारत के किसी प्रधानमंत्री का ग्रीस आना हुआ है। इसके बावजूद हमारे संबंधों की गहराई कम नहीं हुई है।
- हम अपनी स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप को मजबूती देंगे। हमने रक्षा उद्योगों को बल देने पर सहमति जताई। आतंकवाद के मुद्दों पर चर्चा की गई।
- हमने तय किया है कि हमारे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच बातचीत के लिए प्लेटफॉर्म होना चाहिए। हम 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करेंगे।
- कृषि क्षेत्र में सहयोग के लिए एक एग्रीमेंट साइन किया गया है। पीपुल टु पीपुल संबंधों को बढ़ाने के लिए काम करना चाहिए। हमने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी चर्चा की।
- चंद्रयान की सफलता सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया की है। इससे सभी वैज्ञानिकों को मदद मिलेगी।
- मुझे ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर का सम्मान दिया गया।140 करोड़ भारतीयों की तरफ से मैंने ये सम्मान स्वीकार किया।