भोपाल, राष्ट्रबाण। नवंबर माह की 17 नवबंर को होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर अब भाजपा-कांग्रेस आमने-सामने आ गई हैं। साथ हीं सियासी पारा भी बढ़ता जा रहा है। इसी बीच सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को पीएफआई विवाद में घेर लिया है। दरअसल बीते दिनों पीएफआई द्वारा की जा रही कार्यवाही को लेकर दिग्विजयसिंह से सवाल खड़े कर दिए थे, जिसको लेकर अब दिग्विजयसिंह जवाब देने को मजबूर हो गए हैं। उन्होंने इसे गलत तरीके से कोट करने का आरोप लगाया है। दरअसल दिग्विजय सिंह द्वारा पीएफआई को लेकर दिए बयान का जिक्र करते हुए राज्य के सीएम शिवराज सिंह ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का नाम लेकर सवाल करते हुए कहा कि आपके पार्टी के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पीएफाई पर हुई कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने पीएफआई पर लगे आरोपों पर भी बात की। सीएम शिवराज ने कहा कि पीएफआई टेरर फंडिंग यानी आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए पैसे देती है और आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त है। उन्होंने कहा कि पीएफआई पर कार्रवाई का दिग्विजय सिंह विरोध करते हैं। प्रियंका गांधी से सवाल करते हुए शिवराज सिंह ने कहा कि आप मध्य प्रदेश आ रही हैं, आपको जवाब देना पड़ेगा कि क्या आप दिग्विजय सिंह के बयान से समहत हैं।
आखिर क्या कहा था दिग्विजय ने..
बता दें कि एमपी में, चुनावी दौरे पर आए दिग्विजय सिंह ने पीएफआई पर की जा रही कार्रवाई पर बयान दिया था। दिग्विजय सिंह ने कहा था कि पीएफआई पर एनआइए द्वारा की गई कार्रवाई में 97 प्रतिशत मामले झूठे हैं। उनके इस बयान के बाद मध्य प्रदेश के सीएम ने उनपर सवाल खड़े कर दिए हैं।
बयान देने मजबूर हुए दिग्विजय..
इस मामले को बढ़ता देख दिग्विजय सिंह ने अपने बयान को लेकर सफाई जारी की है। सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर किए गए पोस्ट में दिग्विजय सिंह ने लिखा कि कुछ मीडिया संगठनों द्वारा पूछे गए सवाल पर मेरे जवाब को गलत तरीके से कोट किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सांप्रदायिकता भड़काने वाले संगठन, पीएफआई का मैंने कभी समर्थन नहीं किया है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी जोड़ा कि मैं धर्म के नाम से सांप्रदायिकता फैलाने वाले संगठन के खिलाफ हूँ और सदैव रहूँगा।