श्री गंगानगर (Sri Ganganagar), राष्ट्रबाण। छत्तीसगढ़ एंटी करप्शन ब्यूरो (Chhattisgarh Anti Corruption Bureau) की टीम ने शुक्रवार अलसुबह अनूपगढ़ (Anupgarh) में पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष निर्मला गोदारा (Former Municipal Chairperson Nirmala Godara) के घर पर सर्च अभियान चलाया। यह कार्रवाई छत्तीसगढ़ के कलेक्टर समीर बिश्नोई (Collector Sameer Bishnoi) के विरुद्ध दर्ज मामले के सिलसिले में की जा रही है। समीर बिश्नोई (Sameer Bishnoi) वर्तमान में छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी हैं, लेकिन, उनके कोयला घोटाले में लिप्त होने का आरोप है।
इसलिए यहां हुई कार्रवाई
समीर बिश्नोई का अनूपगढ़ में ससुराल होने के कारण एसीबी की टीम ने यहां सर्च अभियान चलाया। पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष निर्मला गोदारा, जो कि बिश्नोई के रिश्तेदार हैं, उनके घर पर सुबह सर्च की कार्रवाई की गई। एसीबी की टीम ने स्थानीय पुलिस की मदद से गोदारा के घर को अल सुबह सात बजे सर्च अभियान चलाया, जिससे किसी भी प्रकार की जानकारी बाहर न जा सके।
बाहरी हस्तक्षेप से बचने के लिए सुरक्षा सख्त
सर्च अभियान के दौरान एसीबी के डीसीपी राहुल शर्मा ने अपनी टीम के साथ मिलकर घर की तलाशी ली। इस दौरान किसी भी प्रकार के बाहरी हस्तक्षेप से बचने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। एसीबी की टीम ने घर को पूरी तरह से बंद कर दिया है और तलाशी के बाद ही किसी प्रकार की जानकारी साझा की जाएगी।
कोयला घोटाले में सामने आया समीर का नाम
कोयला घोटाले का मामला तब सामने आया जब छत्तीसगढ़ में कोयले के अवैध खनन और वितरण से संबंधित एक जांच शुरू की गई थी। इस घोटाले में कई उच्च पदस्थ अधिकारियों और व्यापारियों के नाम सामने आए हैं, जिनमें से समीर बिश्नोई भी एक हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अवैध खनन और कोयले के वितरण में शामिल कुछ व्यक्तियों को लाभ पहुंचाया। एसीबी ने उनके खिलाफ मामला दर्ज किया है और जांच जारी है।
जानें, कौन है समीर बिश्नोई?
समीर बिश्नोई छत्तीसगढ़ कैडर के एक आईएएस अधिकारी हैं, जिन्होंने अपने करियर की शुरुआत में प्रशासनिक क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया। उनके कार्यकाल के दौरान उन्हें एक सख्त और अनुशासित अधिकारी के रूप में जाना जाता था। लेकिन हाल ही में उनका नाम एक बड़े कोयला घोटाले में सामने आया है, जिसने उनकी प्रतिष्ठा को गंभीर झटका दिया है।