भोपाल, राष्ट्रबाण। शनिवार को मध्य प्रदेश राज्य सचिवालय की बहुमंजिला इमारत ‘वल्लभ भवन’ की तीसरी मंजिल पर अचानक लगी आग के बाद से सवालिया निशान खड़े हो गए हैं। वहीं आग लगने का कारण जानने के लिए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव द्वारा सात सदस्यीय समिति गठित कर दी है। सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं। समित आग लगने के कारणों की जांच कर के प्रारंभिक रिपोर्ट तीन दिन में सीएम को सौंपेगी। विस्तृत रिपोर्ट 15 दिन में सौंपी जाएगी। राहत की बात यह रही कि छह घंटे बाद आग पर काबू पा लिया गया। हादसे में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
विपक्ष ने बनाया मुद्दा, उठाए सवाल…
इस मामले को लेकर कांग्रेस हमलावर है। प्रदेश कांग्रेस प्रमुख जीतू पटवारी ने आरोप लगाया है कि यह भ्रष्टाचार के सबूतों को नष्ट करने की साजिश थी। जीतू पटवारी ने यह भी कहा कि 2003 में भाजपा के सत्ता में आने के बाद से वल्लभ भवन में आग लगने की यह 5वीं घटना है। विधानसभा में विपक्ष के नेता उमंग सारंग ने भी इस अग्निकांड की सीबीआई से जांच कराए जाने की मांग की है। उन्होंने सचिवालय के बाहर कुछ घंटों तक धरना भी दिया।
सीएम ने कहा घटनाओं को रोकने दिए निर्देश…
सीएम ने कहा कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए निर्देश जारी किए गए हैं। अधिकारियों से सुनिश्चित करने को कहा कि कोई भी कागजात या महत्वपूर्ण फाइलें नष्ट ना हों। अपर मुख्य सचिव (लोक स्वास्थ्य, परिवार कल्याण एवं चिकित्सा शिक्षा) मोहम्मद सुलेमान की अध्यक्षता में गठित जांच समिति आग के कारणों और नुकसान का आकलन करेगी। यही नहीं सचिवालय के लिए पिछले अग्निकांडों के लिए भी जिम्मेदार लोगों की जवाबदेही तय करेगी। समित उपाय भी सुझाएगी।