नई दिल्ली (New Delhi), राष्ट्रबाण। स्वास्थ्य मंत्रालय (Ministry of Health) ने डेंगू और मलेरिया (Dengue and Malaria) के बढ़ते मामलों को देखते हुए आंदोलनकारी डॉक्टरों से व्यापक जनहित में अपने काम पर लौटने का अनुरोध किया है। दरअसल, कोलकाता (Kolkata) के आरजी कर मेडिकल कॉलेज (Medical College) में ट्रेनी डॉक्टर की हत्या के बाद से देश भर में डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन जारी है। कर्नाटक में भी डॉक्टर 24 घंटे की हड़ताल पर हैं। बेंगलुरु (Bengaluru) में डॉक्टरों ने शनिवार को कोलकाता में जूनियर डॉक्टर की हत्या के विरोध में प्रदर्शन किया। इस दौरान वरिष्ठ डॉक्टर, जूनियर डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ के सदस्य मौजूद रहे। हालांकि, डॉक्टरों ने विरोध-प्रदर्शन के बीच आपातकालीन सेवाओं को चालू रखा है।
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“डॉक्टर होने के नाते हम सड़क पर सुरक्षित महसूस नहीं करते”
हड़ताली चिकित्सकों ने कहा कि मुझे लगता है कि हमें हर महिला के सामने आने वाले मुद्दे पर ध्यान देना चाहिए. डॉक्टर होने के नाते हम सड़क पर सुरक्षित महसूस नहीं कर पाते हैं। उन्होंने दोषी को कड़ी सजा देने की मांग करते हुए कहा कि जिसने भी इस घिनौनी करतूत को अंजाम दिया है, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसा अपराध करने से पहले कोई भी आरोपी दो बार सोचें। हम डॉक्टरों के रूप में अपना कर्तव्य निभाना चाहते हैं, लेकिन इस विशेष मामले में हमारे पास जिस तरह की रिपोर्ट आई है, उसके मुताबिक कुछ राजनीतिक दबाव भी है।
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पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाने की मांग
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में गांधी मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों का प्रदर्शन जारी है। भोपाल समेत कई जिलों में जूनियर डॉक्टरों ने पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाने की मांग की।
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घटना के दोषियों को मिले कड़ी सजा
उधर पश्चिम बंगाल के कूच बिहार में पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाने के लिए एमजएन मेडिकल कॉलेज में विरोध प्रदर्शन किया गया। शनिवार सुबह से ही अस्पताल के अंदर सन्नाटा पसरा रहा और डॉक्टर भी नजर नहीं आए।