नई दिल्ली, राष्ट्रबाण। बलूचिस्तान की आज़ादी के लिए बड़ा आंदोलन हो रहा है। बलोचों से पाकिस्तानी सेना और सरकार के अत्याचार की दास्तां बहुत पुरानी है। इसलिए पाकिस्तान के ग्वादर में जुटे लाखों बलोच प्रदर्शन में शामिल हैं। वहां अलग बलोच राष्ट्र की मांग के लिए प्रदर्शन हो रहा है। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी प्रदर्शन में शामिल है। इस आयोजन को अब बलोच लिबरेशन फ्रंट, लश्कर-ए-बलोचिस्तान का भी समर्थन है। इस आंदोलन को कई अन्य संगठनों का भी समर्थन मिल रहा है। बलोचों पर सेना के अत्याचार के खिलाफ ये आंदोलन हो रहा है। गायब हो रहे बलोच लोगों की बरामदगी के लिए प्रदर्शन किया जा रहा है। दावा है कि करीब 7000 बलोच नागरिक या लापता हैं या फिर उनकी हत्या कर दी गई है।
तब से मामला गर्म
हाल ही में एक्टिविस्ट जहीर अहमद बलोच के अगवा होने के बाद विरोध तेज हो गया। जिन्ना के सपनों के पाकिस्तान में चारों ओर केवल यातना, अत्याचार, और बर्बरता है। यहां विरोध पर महिलाओं को पीटा जाता है, गोलियां चलाई जाती हैं, लाठीचार्ज किया जाता है और ये सब करती है पाकिस्तान की सेना और वहां की पुलिस। 27 जून को प्रदर्शन के दौरान एक्टिविस्ट जहीर अहमद बलोच को अगवा कर लिया गया, जिसके बाद 11 जुलाई को परिवार वालों ने जहीर की बरामदगी के लिए प्रदर्शन शुरु किया, लेकिन वहीं पुलिस ने लाठीचार्ज किया। कई लोग जख्मी हुए, कई लोग हिरासत में लिए गए, 14 जुलाई को सरकार ने प्रदर्शन खत्म करवाया लेकिन जहीर का कोई पता नहीं चला।
दिख रहा है ट्रेलर, पिक्चर भयावह है
गायब हुए बलोचों की बरामदगी के लिए आंदोलन किया जा रहा है। इसके लिए प्रदर्शन हो रहे हैं। पाकिस्तानी आर्मी और सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद हो रही है। जाहिर है, पाकिस्तान की बलूचों पर बढ़ती ज्यादती। एक बार फिर पाकिस्तान के टूटने की वजह बनेगी और इस बार का आंदोलन उसी का ट्रेलर है। आज जिस तरह से आज ग्वादर में लाखों की संख्या में प्रदर्शनकारी जुटे हैं। वो पाकिस्तानी सरकार और सेना की चिंता बढ़ाने वाली है।