Assembly Elections 2023 : भाजपा-कांग्रेस ने कसी कमर, जनता को लुभाने वादे और घोषणाओ का दौर शुरू

जनता के दरबार में पहुंचेंगे दिग्गज, हारने वाली सीटो पर होगा फोकस

Rashtrabaan
Highlights
  • कमलनाथ के वादों पर जताई कि प्रदेश कि जनता उम्मीद ?
  • राहुल गांधी कि भारत जोड़ो यात्रा का मध्यप्रदेश में होगा कितना असर
  • भाजपा और संगठन के सामने सत्ता बचाने कि चुनौती

भोपाल | राष्ट्रबाण

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प्रदेश में महज छह माह बाद विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, ऐसेे में भाजपा और कांग्रेस के नेता अपनी पार्टी की जीत के लिए कमर कसकर मैदान में उतर चुके हैं। जहां भाजपा केंद्र सरकार के 9 साल के जश्न के साथ घर-घर जाकर अपनी पार्टी का प्रचार कर रही है, वहीं कांग्रेस लोगों के बीच पहुंचकर कई बड़े-बड़े वादे कर रही है। कांग्रेस जनता कि हर मांग को पूरा करने का आश्वसन दे रही है। कांग्रेसी नेता कहते है कि बस एक बार कांग्रेस की सरकार बन जाए, फिर पुरानी पेंशन भी देंगे, गैस सिलेंडर भी सस्ता कर देंगे और बिजली भी फ्री में दी जाएगी। दरअसल, दोनों पार्टियों का लक्ष्य है की इस बार कैसे भी सरकार बनाई जाए। इसी लिए दोनों पार्टिया हर तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं।

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कांग्रेस की और से अभी तक प्रादेशिक नेता ही मोर्चा संभाल रहे हैं, वहीं भाजपा की तरफ से केंद्रीय नेतृत्व और संघ भी मोर्चे पर सक्रिय है। यही वजह है कि आज से प्रदेश भाजपा के पूर्व प्रभारी व भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद अध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे भी सक्रिय हो रहे हैं। दो दिन वे कार्यक्रमों में शामिल होने के साथ प्रभावशील लोगों तक पहुंचेंगे। सीहोर के बाद वे कल 3 जून को बैरसिया के कार्यक्रमों में जाएंगे।

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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा कहते है कि भाजपा घर-घर संपर्क अभियान के तहत प्रदेश में 5 करोड़ हितग्राहियों से संपर्क करेगी। 23 जून को पीएम नरेंद्र मोदी डिजिटल रैली को संबोधित करेंगे। मध्यप्रदेश से 38 लाख कार्यकर्ता इसमें शामिल होंगे। इस अभियान में 29 लोकसभाओं में सभाएं, 30 से अधिक प्रेस कॉन्फ्रेंस, 30 हजार से अधिक विशिष्ट परिवारों से संपर्क भी किया जाएगा।

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हर कदम पर सावधानी
भाजपा हर कदम पर सावधानी रख रही है। पार्टी ने मिशन 2023 को लेकर छह माह पहले से तैयारियां शुरू कर दी थीं , जिसमें हारी हुई सीटों पर फोकस किया गया। उन्हें आकांक्षी विधानसभा का नाम दिया गया, उसकी जिम्मेदारी सत्ता या संगठन के एक बड़े पदाधिकारी को दी गई है। वे क्षेत्र की हर परिस्थिति को संगठन के सामने रख रहे हैं। पिछली बार कहां चूक हुई इसकी भी जानकारी दे रहे हैं ताकि इस बार सुधार किया जा सके। भाजपा में सत्ता-संगठन ने अलग-अलग बहानों से गली-गली, घर-घर दस्तक देना शुरू कर दिया है।
इसके तहत सरकार ने जहां सीएम जनसेवा अभियान फेज-2 के तहत प्रदेश में प्रशासनिक स्तर पर हर गली तक दस्तक दी, तो अब भाजपा ने मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने पर माहभर का विशेष संपर्क अभियान शुरू किया है। इसमें 5 करोड़ लोगों के साथ 30 हजार विशेष परिवार और 100 विशेष प्रभावशील लोग भी फोकस पर हैं। कोशिश है कि ये 100 लोग यदि भाजपा की विचारधारा को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष समर्थन करते हैं, तो उससे उनके दायरे के लोग भी प्रभावित होंगे। इन 100 प्रभावशील लोगों के यहां पर पार्टी के बड़े नेता पहुंचेेंगे। पार्टी का मानना है कि इसी बहाने चुनाव के पहले पार्टी पूरे प्रदेश को नाप लेगी। इससे वोट बैंक के नजरिए से फायदा मिलने की उम्मीद है। ऐसे में भाजपा में सत्ता-संगठन ने अलग-अलग बहानों से गली-गली, घर-घर दस्तक देना शुरू कर दिया है। पार्टी ने 30 जून तक चलने वाले इस अभियान के लिए सभी मोर्चा, टीम व विभागों को लगाया गया है। बूथ स्तर तक की टीमें घर-घर संपर्क करेंगी। सभी 64 हजार बूथों पर अभियान चलेगा।

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केंद्र के काम और प्रदेश के विकास पर केन्द्रित पार्टी
चुनावी मैदान में भाजपा केंद्र सरकार के काम और प्रदेश सरकार के विकास पर केन्द्रित है। यानी जनता को मोदी सरकार के 9 साल के काम, प्रदेश में भाजपा सरकार के विकास कार्य बताए जाएंगे, साथ ही कांग्रेस की विफलता भी बताई जाएगी। पार्टी ने प्रदेश में 100 प्रभावशाली लोगों तक विशेष तौर पर संपर्क अभियान में पहुंचने का लक्ष्य रखा है। इसके तहत प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा पहले दिन अंतर्राष्ट्रीय स्नूकर खिलाड़ी और डॉक्टर के घर पहुंचे। फिर प्रदेश का नाम रोशन करने वाले या प्रभावशील गैर-राजनीतिक लोगों के यहां भाजपा नेता पहुंचेंगे।

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कांग्रेस को राहुल भारत जोड़ो यात्रा से उम्मीद
कांग्रेस भी प्रदेश में जीत की बड़ी आस लगाए हुए हैं। पार्टी को उम्मीद है कि भारत जोड़ो यात्रा के चलते पार्टी को जबरदस्त फायदा होगा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने विधानसभा चुनाव के ठीक पहले दावा किया है कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस को 150 सीटें मिलेगी। राहुल ने यह दावा ऐसे ही नहीं किया, बल्कि उनका यह स्वयं का आंकलन है, इसमें भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मिला फीडबैक भी शामिल है। यात्रा के दौरान राहुल ने डरो मत के नारे के साथ ऐलान किया कि वे वर्तमान सियासत से उपजे नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलने आए हैं |

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