Chhattisgarh News: प्रधानमंत्री के आगमन से पहले कांग्रेस का सवाल, किसानों से इतनी दुर्भावना क्यों

Rashtrabaan

रायपुर, राष्ट्रबाण। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के दौरे पर हैं। ऐसे में उनके छत्तीसगढ़ दौरे से पहले कांग्रेस ने उन पर सवाल खड़े किए हैं। दरअसल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने पूछा कि छत्तीसगढ़ के किसानों के प्रति वे इतनी दुर्भावना क्यों रखते हैं?बेज ने कहा कि उनकी सरकार लगातार छत्तीसगढ़ के किसानों के खिलाफ निर्णय क्यों लेती है?
छत्तीसगढ़ से चावल लेने का कोटा क्यों घटाया? बैज ने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य से 86.50 लाख टन चावल खरीदने के लिए अनुबंध किया था, उसे घटाकर 61 लाख टन किस कारण से किया गया, जबकि केंद्र के पास अपनी वेलफेयर स्कीम में बांटने के लिए चावल का स्टाक नहीं है। कर्नाटक ने अन्ना भाग्य योजना के लिए केंद्र से 35 लाख टन चावल मांगा, तो केंद्र सरकार ने स्टाक नहीं होने के कारण देने से मना कर दिया। बैज ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार इस वर्ष 125 लाख टन धान किसानों से खरीदेगी। इस वर्ष राज्य सरकार को अधिक बारदानों की आवश्यकता पड़ेगी। राज्य ने 3.56 लाख गठान बारदाना खरीदने के लिए केंद्रीय जूट कमिश्नर को मांग पत्र भेजा है। केंद्र सरकार ने उसमें कटौती कर मात्र 2.45 लाख गठान देने की मंजूरी क्यों दिया? प्रदेश में धान खरीदी में बायोमेट्रिक सिस्टम अनिवार्य क्यों किया गया है? छत्तीसगढ़ में 48 प्रतिशत भू-भाग वनाच्छादित और दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र राज्य के अनेकों हिस्सों में इंटरनेट सुविधा नहीं है। ऐसे में बायोमेट्रिक सिस्टम से धान खरीदी में अनावश्यक बाधा उत्पन्न होगी। बैज ने कहा कि मोदी सरकार ने पहले कनकी का निर्यात रोका, चावल निर्यात पर 10 प्रतिशत सेंट्रल एक्साइज लगाए, फिर 20 जुलाई 2023 से गैर बासमती चावल के निर्यात पर रोक लगा दी। इससे देशभर के किसान खुले बाजार में धान की कीमत गिरकर 1000 से 1200 रुपये प्रति क्विंटल पर बेचने मजबूर हुए।

- Advertisement -

Share This Article
Leave a comment
error: Content is protected !!